News in Hindi - About Ujjain

भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त हनुमानजी की महाअष्टमी सिर्फ उज्जैन में ही क्यों मनाई जाती है | About Ujjain

1671170268.jpeg

भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त हनुमानजी की महाअष्टमी सिर्फ उज्जैन में ही क्यों मनाई जाती है | About Ujjain

Published on: 16/12/2022

भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त हनुमानजी की महाअष्टमी सिर्फ उज्जैन में ही मनाई जाती है |  

 

भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त हनुमानजी की महाअष्टमी सिर्फ उज्जैन में ही मनाई जाती है। इसके पीछे कई किवदंतियां और कहानियां हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि यहां शिवलिंग के रूप में हनुमानजी की पूजा की जाती है, इसका वर्णन स्कंद पुराण में भी मिलता है।

 हनुमान का पराक्रम सबसे विशाल है। एक बार उन्होंने सूर्य को फल समझकर खा लिया था। इंद्र के वज्र प्रहार से वे मूर्छित होकर एक पर्वत पर जा गिरे। वायुदेव उन्हें लेकर महाकाल वन आए और शिवलिंग के सामने भगवान शिव की आराधना करने लगे। शिवलिंग के स्पर्श से वे पुनर्जीवित हो उठे। इस दौरान यहां सभी देवताओं ने हनुमान को वरदान दिया। हनुमान के शिवलिंग स्पर्श और रावण वध के बाद पूजन के कारण शिवलिंग हनुमत्केश्वर महादेव के नाम से विख्यात हुए। यह मंदिर उज्जैन में गढ़कालिका के पास स्थित है।

;